Credit Score या CIBIL Score कैसे बढ़ाएं ? – जानिए आसान और असरदार तरीके
क्या आपको कभी लोन लेने में दिक्कत आई है या क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने के बाद रिजेक्शन मिला है? अगर हां, तो इसकी सबसे बड़ी वजह आपका Credit Score या CIBIL Score हो सकता है। आज के समय में बैंक, NBFCs और अन्य Lending Companies किसी भी लोन या क्रेडिट कार्ड अप्रूव करने से पहले आपका CIBIL Score चेक करते हैं। अगर आपका स्कोर कम है, तो या तो आपको लोन मिल ही नहीं पाएगा, या फिर आपको ज्यादा ब्याज दर पर लोन लेना पड़ेगा।
लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है! अगर आपका Credit Score कम है या आप इसे सुधारना चाहते हैं, तो सही प्लानिंग और कुछ स्मार्ट तरीकों से इसे आसानी से बढ़ाया जा सकता है। Free Credit Score Check जैसी सुविधाओं का सही उपयोग कर और फाइनेंशियल डिसिप्लिन अपनाकर, आप अपने स्कोर को धीरे-धीरे मजबूत बना सकते हैं। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि Credit Score क्या होता है, यह कैसे तय होता है, और इसे सुधारने के लिए आपको कौन-कौन सी आदतें अपनानी चाहिए। साथ ही, हम उन गलतियों पर भी चर्चा करेंगे जो आपके स्कोर को नुकसान पहुंचा सकती हैं। तो आइए, Credit Score को बेहतर बनाने के सफर की शुरुआत करते हैं!

क्रेडिट स्कोर क्या होता है और यह क्यों जरूरी है?
जब भी आप किसी बैंक या NBFC (Non-Banking Financial Company) से Loans या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, तो सबसे पहले वे आपका Credit Score चेक करते हैं। यह एक 3-अंकों की संख्या होती है, जो आपकी वित्तीय विश्वसनीयता को दर्शाती है। Credit Information Bureau India Limited (CIBIL) और अन्य क्रेडिट ब्यूरो जैसे TransUnion CIBIL इस स्कोर को तैयार करते हैं।
1. क्रेडिट स्कोर क्या होता है?
Credit Score आमतौर पर 300 से 900 के बीच होता है।
- 750 या उससे ऊपर: बेहतरीन स्कोर, कम ब्याज़ दर पर लोन आसानी से मिल जाता है।
- 650-749: ठीक-ठाक स्कोर, लोन मिलने के चांस अच्छे होते है पर ब्याज दर थोड़ी ज्यादा हो सकती है।
- 550-649: कमजोर स्कोर, लोन अप्रूवल मुश्किल हो सकता है, और ब्याज दरें अधिक होती हैं।
- 550 से कम: खराब स्कोर, बैंक और NBFCs आमतौर पर लोन देने से इनकार कर सकते हैं।
तुलनात्मक तालिका
क्रेडिट स्कोर रेंज | अर्थ | लोन मिलने की संभावना | ब्याज दर (अनुमानित) |
750 – 900 | बहुत अच्छा | लोन आसानी से अप्रूव | सबसे कम (8-10%) |
700 – 749 | अच्छा | लोन अप्रूवल की अच्छी संभावना | कम (10-12%) |
650 – 699 | ठीक-ठाक | कुछ बैंकों से अप्रूवल मिल सकता है | थोड़ा ज्यादा (12-15%) |
550 – 649 | खराब | लोन मिलने में कठिनाई | बहुत ज्यादा (15-20%) |
300 – 549 | बहुत खराब | लोन मिलना लगभग असंभव | बेहद ज्यादा (>20%) |
निष्कर्ष: अगर आपका Credit Score 750+ है, तो आपको बेहतर लोन ऑफर्स, कम ब्याज दर और जल्दी अप्रूवल मिलेगा। इसलिए, अपनी फाइनेंशियल हैबिट्स सुधारें और स्कोर बढ़ाएं!
बैंक/NBFC का नाम | मिनिमम CIBIL स्कोर (लोन के लिए) | पर्सनल लोन ब्याज दर (अनुमानित) |
SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) | 700+ | 9.60% – 13.85% |
HDFC Bank | 720+ | 10.50% – 21.00% |
ICICI Bank | 700+ | 10.75% – 19.00% |
Bajaj Finserv (NBFC) | 650+ | 11.00% – 24.00% |
Tata Capital (NBFC) | 650+ | 10.99% – 24.00% |
Axis Bank | 700+ | 10.49% – 17.00% |
टिप: अगर आपका CIBIL Score कम है, तो ब्याज दर ज्यादा होगी। इसलिए पहले स्कोर सुधारें और फिर लोन अप्लाई करें।
2. क्रेडिट स्कोर क्यों जरूरी है?
अगर आपका CIBIL Score अच्छा है, तो: Loans और क्रेडिट कार्ड जल्दी अप्रूव हो जाते हैं।
आपको Banks और अन्य लेंडर्स से कम ब्याज दरों पर लोन मिल सकता है।
आप अच्छी Credit Card Limit पा सकते हैं।
भविष्य में होम लोन, कार लोन, या पर्सनल लोन लेना आसान हो जाता है।
3. क्रेडिट स्कोर किन कारकों पर निर्भर करता है?
क्रेडिट स्कोर को निर्धारित करने में ये 5 मुख्य फैक्टर्स होते हैं:
- पेमेंट हिस्ट्री (Payment History) – 35%
- क्या आपने समय पर अपने क्रेडिट कार्ड और Loan EMI Pay किए हैं?
- लेट पेमेंट या EMI मिस करने से स्कोर गिर सकता है।
2. क्रेडिट उपयोग दर (Credit Utilization Ratio) – 30%
- क्या आप अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30% से कम उपयोग कर रहे हैं?
- ज्यादा खर्च करने से CIBIL Score गिर सकता है।
3. क्रेडिट इतिहास की लंबाई (Length of Credit History) – 15%
- पुराने लोन अकाउंट को बनाए रखना बेहतर होता है।
- नया क्रेडिट अकाउंट खोलने से स्कोर पर असर पड़ सकता है।
4. क्रेडिट मिक्स (Credit Mix) – 10%
- होम लोन, पर्सनल लोन, और क्रेडिट कार्ड का बैलेंस्ड इस्तेमाल जरूरी है।
- सिर्फ एक ही प्रकार का क्रेडिट लेने से स्कोर कम हो सकता है।
5. नए क्रेडिट अनुरोध (New Credit Inquiries) – 10%
- बार-बार Loans और क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने से स्कोर कम हो सकता है। हार्ड इंक्वायरी आपकी क्रेडिट रिपोर्ट को प्रभावित करती है।
उदाहरण:
अगर रोहित हर महीने अपने क्रेडिट कार्ड का बिल सही समय पर चुकाता हैं, और उसकी क्रेडिट लिमिट 1,00,000 रुपये है लेकिन वो हर महीने सिर्फ 25,000 रुपये ही खर्च करता हैं, तो उसका Credit Utilization Ratio 25% होगा, जो कि अच्छा माना जाता है। इससे उसका CIBIL Score बढ़ेगा। अब तक आपको यह समझ आ गया होगा कि Credit Score क्या होता है और यह क्यों महत्वपूर्ण है। तो चलिए अब जानते हैं कि इसे कैसे सुधारा जाए!
4. क्रेडिट स्कोर कैसे तय होता है?
अब जब आप समझ चुके हैं कि Credit Score क्या होता है और यह क्यों जरूरी है, तो आइए जानते हैं कि इसे निर्धारित करने वाले प्रमुख कारक क्या हैं। Credit Information Bureau India Limited (CIBIL) और अन्य क्रेडिट ब्यूरो जैसे TransUnion CIBIL आपके क्रेडिट इतिहास के आधार पर आपका स्कोर तय करते हैं। इसमें कई फैक्टर्स शामिल होते हैं, जिन पर ध्यान देकर आप अपने CIBIL Score को सुधार सकते हैं।
समय पर लोन और क्रेडिट कार्ड का भुगतान करें (Payment History – 35%)
आपका पेमेंट व्यवहार आपके स्कोर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। अगर आप समय पर Loans और क्रेडिट कार्ड की EMI भरते हैं, तो आपका CIBIL Score बढ़ता है। वहीं, अगर आप लेट पेमेंट करते हैं या EMI मिस करते हैं, तो यह आपके स्कोर पर नेगेटिव असर डालता है।
क्या करें?
- अपने सभी बिल और EMI समय पर भरें।
- Auto Pay या रिमाइंडर सेट करें, ताकि पेमेंट मिस न हो।
- अगर किसी कारणवश भुगतान में देरी हो जाए, तो जल्द से जल्द पेंडिंग अमाउंट चुका दें।
क्या न करें?
- बार-बार लेट पेमेंट करने से बचें।
- सिर्फ न्यूनतम राशि )Minimum Payment) भरने की आदत न डालें, इससे ब्याज बढ़ेगा और स्कोर घट सकता है।
क्रेडिट कार्ड लिमिट का सही इस्तेमाल करें (Credit Utilization Ratio – 30%)
अगर आपके पास ₹1,00,000 की क्रेडिट लिमिट है और आप हर महीने ₹90,000 खर्च कर रहे हैं, तो इससे आपका Credit Utilization Ratio 90% होगा, जो कि बहुत ज्यादा है। आदर्श रूप से, यह 30% से कम होना चाहिए।
क्या करें?
- अपने Credit Card Limit का अधिकतम 30% ही उपयोग करें।
- अगर आपको ज्यादा खर्च करना ही है, तो एक से अधिक कार्ड का संतुलित उपयोग करें।
- क्रेडिट लिमिट बढ़ाने के लिए बैंक से request कर सकते हैं, जिससे Credit Utilization Ratio कम रहेगा।
क्या न करें?
- हमेशा अपनी पूरी क्रेडिट लिमिट का उपयोग न करें।
- बिना जरूरत नया क्रेडिट कार्ड न लें, क्योंकि इससे इंक्वायरी होगी और स्कोर गिर सकता है।
पुराना क्रेडिट अकाउंट खुला रखें (Length of Credit History – 15%)
Credit History जितनी पुरानी होगी, आपका CIBIL Score उतना ही बेहतर होगा। बैंक और NBFCs यह देखना चाहते हैं कि आप कितने वर्षों से अच्छे क्रेडिट बिहेवियर को बनाए हुए हैं।
क्या करें?
- पुराना क्रेडिट कार्ड या लोन अकाउंट बंद करने से बचें, जब तक कि यह बहुत जरूरी न हो।
- अगर आपके पास पुराना क्रेडिट कार्ड है, तो इसे समय–समय पर उपयोग करते रहें ताकि यह सक्रिय बना रहें।
क्या न करें?
- तुरंत नया क्रेडिट कार्ड लेने की जल्दी न करें।
- बहुत पुराने अकाउंट को बिना सोचे-समझे बंद न करें।
लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए बार-बार आवेदन न करें (Credit Inquiries – 10%)
जब भी आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक या Lending Companies आपकी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करते हैं। इसे हार्ड इंक्वायरी कहा जाता है, और यह आपकी क्रेडिट प्रोफाइल पर प्रभाव डालती है।
क्या करें?
- बार-बार नया क्रेडिट कार्ड या लोन लेने से बचें।
- अगर आपको लोन की जरूरत है, तो पहले Free Credit Score Check करके देखें कि आपका स्कोर अच्छा है या नहीं।
क्या न करें?
- एक ही समय पर कई बैंकों में लोन के लिए अप्लाई न करें।
- अगर लोन रिजेक्ट हो जाए, तो तुरंत दोबारा आवेदन करने से बचें।
सही तरह का क्रेडिट मिक्स बनाए रखे (Credit Mix – 10%)
अगर आपके पास सिर्फ एक ही प्रकार का लोन है, जैसे केवल क्रेडिट कार्ड लोन, तो यह आपकी क्रेडिट प्रोफाइल को कमजोर बना सकता है। बैंक और NBFCs देखते हैं कि आपके पास सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड दोनों तरह का क्रेडिट है या नहीं।
क्या करें?
- होम लोन, कार लोन, और पर्सनल लोन जैसे विविध लोन लें, ताकि अच्छा Credit Mix बना रहे।
- सिर्फ क्रेडिट कार्ड पर निर्भर न रहें, बल्कि छोटी अवधि के लोन भी लें और समय पर भुगतान करें।
क्या न करें?
- सिर्फ एक ही प्रकार का लोन लेने की आदत न डालें।
- जरूरत से ज्यादा लोन लेकर खुद को आर्थिक परेशानी में न डालें।
उदाहरण:
नीरज ने हाल ही में दो नए क्रेडिट कार्ड लिए और पर्सनल लोन के लिए भी अप्लाई कर दिया। उनकी क्रेडिट रिपोर्ट में लगातार हार्ड इंक्वायरी दर्ज हो गई, जिससे उनका CIBIL Score 30 पॉइंट तक गिर गया। अगर नीरज ने पहले अपने स्कोर को चेक किया होता और सोच-समझकर आवेदन किया होता, तो वे अपने स्कोर को गिरने से बचा सकते थे।
अब तक आपने जाना कि Credit Score कैसे तय होता है। अब हम जानेंगे कि इसे सुधारने के लिए आपको क्या करना चाहिए!
5. क्रेडिट स्कोर सुधारने के आसान और असरदार तरीके
अगर आपका Credit Score कम है या आप इसे और बेहतर बनाना चाहते हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सही आदतें अपनाकर और कुछ स्मार्ट फैसले लेकर आप अपना CIBIL Score बढ़ा सकते हैं। नीचे दिए गए आसान और असरदार तरीकों से आप धीरे-धीरे अपने क्रेडिट स्कोर को मजबूत बना सकते हैं।
क्रेडिट स्कोर सुधारने के 5 सबसे आसान तरीके
काम | स्कोर पर असर (Low/Medium/High) | समय लगने का अनुमान |
समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड बिल चुकाना | High | 3-6 महीने |
क्रेडिट कार्ड उपयोग 30% से कम रखना | High | 2-3 महीने |
लोन और क्रेडिट कार्ड ज्यादा अप्लाई न करना | Medium | 6-12 महीने |
अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की गलतियों को सुधारना | Medium | 1-3 महीने |
पुराने क्रेडिट अकाउंट्स को खुला रखना | Low | 6-12 महीने |
टिप: सही आदतें अपनाने से 6-12 महीनों में CIBIL Score 100-150 पॉइंट तक बढ़ सकता है!
समय पर सभी EMI और बिलों का भुगतान करें
सबसे जरूरी बात – कोई भी पेमेंट लेट न करें!
- लोन EMI और क्रेडिट कार्ड बिल समय पर भरें।
- अगर आप किसी भी भुगतान में देरी करते हैं, तो यह आपकी Payment History को नुकसान पहुंचाएगा और स्कोर गिर जाएगा।
- Auto-Debit सुविधा सेट करें, ताकि पेमेंट खुद ही हो जाए।
- रिमाइंडर सेट करें या कैलेंडर में नोट कर लें।
क्या न करें?
- लास्ट मिनट पर पेमेंट करने की आदत न डालें।
- सिर्फ न्यूनतम राशि )Minimum Payment) भरने से बचें, क्योंकि इससे ब्याज बढ़ेगा और स्कोर को फायदा नहीं होगा।
क्रेडिट कार्ड लिमिट का 30% से कम उपयोग करें
Credit Utilization Ratio को कम रखें
- अगर आपके पास ₹1,00,000 की क्रेडिट लिमिट है, तो महीने में ₹30,000 से ज्यादा खर्च न करें।
- ज्यादा खर्च करने से Banks और NBFCs को लगता है कि आप पर कर्ज बढ़ रहा है।
- अगर आपको ज्यादा खर्च करना है, तो Multiple Credit Cards उपयोग करें।
क्या न करें?
- हर महीने अपनी पूरी क्रेडिट लिमिट का उपयोग न करें।
- बिना वजह नया क्रेडिट कार्ड न लें, क्योंकि इससे New Credit Inquiries बढ़ेंगी।
पुराने क्रेडिट कार्ड और लोन अकाउंट बंद न करें
पुराने क्रेडिट अकाउंट आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को मजबूत बनाते हैं
- अगर कोई पुराना क्रेडिट कार्ड है, तो उसे बंद करने की बजाय समय-समय पर इस्तेमाल करते रहें।
- पुराना लोन खाता अच्छे Credit History Length को बनाए रखने में मदद करता है।
क्या न करें?
- बिना सोचे-समझे पुराने क्रेडिट कार्ड को बंद न करें
- लोन जल्दी चुकाने के चक्कर में अकाउंट बंद करने की जल्दबाजी न करें।
बार-बार लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन न करें।
Hard Inquiries से बचें
- बार-बार नया Loan या Credit Card लेने के लिए आवेदन करने से बचें।
- हर आवेदन के साथ बैंक या Lending Companies आपकी Credit Report चेक करती हैं, जिससे स्कोर गिर सकता है।
- पहले से चल रहे Loans को सही समय पर चुकाने पर ध्यान दें।
क्या न करें?
- अगर कोई बैंक या NBFC लोन देने से मना कर दे, तो तुरंत दोबारा आवेदन न करें।
- लोन लेने से पहले Free Credit Score Check करके जान लें कि आपका स्कोर ठीक है या नहीं।
सही तरह का क्रेडिट मिक्स बनाए रखें
अच्छा क्रेडिट मिक्स आपके स्कोर को सुधारने में मदद करता है
- सिर्फ क्रेडिट कार्ड पर निर्भर न रहें।
- Home Loan, Auto Loan, Personal Loan और Credit Card का बैलेंस बनाए रखें।
- अगर जरूरत हो, तो कम राशि का लोन लें और उसे समय पर चुकाकर क्रेडिट स्कोर बढ़ाएं।
क्या न करें?
- सिर्फ एक ही तरह का क्रेडिट लेने की आदत न डालें।
- बिना जरूरत कर्ज न लें, सिर्फ क्रेडिट स्कोर सुधारने के लिए लोन लेना गलत रणनीति हो सकती है।
अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को नियमित रूप से चेक करें
गलतियों को पहचानकर सुधार करें
- समय-समय पर CIBIL Report चेक करें, ताकि कोई गलती दिखे तो उसे ठीक करवाया जा सके।
- अगर कोई पुराना लोन क्लियर हो चुका है, लेकिन रिपोर्ट में अपडेट नहीं हुआ है, तो इसे सही करवाने के लिए Banks या Credit Bureau से संपर्क करें।
- कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर Free Credit Score Check की सुविधा उपलब्ध होती है।
क्या न करें?
- बिना चेक किए लोन अप्लाई न करें, पहले जान लें कि आपका CIBIL Score कैसा है।
- अगर स्कोर कम है, तो तुरंत नया लोन लेने की कोशिश न करें, पहले स्कोर सुधारें।
क्रेडिट स्कोर सुधारने का उदाहरण
अंकित ने हाल ही में एक पर्सनल लोन लिया, लेकिन अपनी क्रेडिट कार्ड की EMI मिस कर दी। इससे उसका Credit Score 40 पॉइंट तक गिर गया। ऐसा होने पर उसने Auto-Pay सेट किया और अपने क्रेडिट कार्ड लिमिट का 30% से कम इस्तेमाल करने लगा। 6 महीनों में उनका स्कोर 720 से 780 हो गया। अगर आप भी स्मार्ट फाइनेंशियल डिसिप्लिन अपनाते हैं, तो आपका CIBIL Score भी आसानी से बढ़ सकता है!
क्रेडिट स्कोर को अच्छा बनाए रखना क्यों जरूरी है?
अगर आप भविष्य में लोन लेना चाहते हैं, तो एक अच्छा Credit Score आपकी सबसे बड़ी ताकत बन सकता है। Banks और NBFCs आपको कम ब्याज दरों (Lower Interest Rates) पर लोन देंगे, जिससे आपका कर्ज कम महंगा होगा। लेकिन अगर स्कोर खराब हुआ, तो लोन मिलना मुश्किल हो सकता है, या फिर ज्यादा ब्याज देना पड़ेगा।
अच्छा क्रेडिट स्कोर आपको कैसे फायदे देता है?
आसान लोन अप्रूवल: अगर आपका CIBIL Score 750+ है, तो आपको आसानी से Personal Loan, Home Loan या Car Loan मिल सकता है।
कम ब्याज दर (Lower Interest Rate): ज्यादा स्कोर होने पर बैंक आपको सस्ती ब्याज दर पर लोन देंगे।
बेहतर क्रेडिट कार्ड ऑफर्स: उच्च स्कोर पर प्रीमियम Credit Cards के बेहतरीन ऑफर्स और कैशबैक मिलते हैं।
जल्दी अप्रूवल: कई Lending Companies और Banks फटाफट लोन अप्रूव कर देते हैं, अगर आपकी Credit Report अच्छी होती है।
ऊंची क्रेडिट लिमिट: अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री के साथ आपको ज्यादा Credit Limit मिलती है, जिससे आप जरूरत पड़ने पर बड़ी राशि का इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्रेडिट स्कोर का असर आपके वित्तीय जीवन पर
फाइनेंशियल फैक्टर | अच्छा क्रेडिट स्कोर )750+) | खराब क्रेडिट स्कोर )650 से कम( |
लोन अप्रूवल | जल्दी और आसानी से मिलता है | कठिनाई होती है या रिजेक्ट हो जाता है |
ब्याज दर (Interest Rate) | कम (8-12%) | ज्यादा (15-25%) |
क्रेडिट कार्ड लिमिट | ज्यादा मिलती है | कम या रिजेक्ट हो सकता है |
होम लोन अप्रूवल | जल्दी अप्रूवल और सस्ती EMI | कठिन अप्रूवल, ज्यादा ब्याज दर |
पर्सनल लोन लेने की सुविधा | बिना सिक्योरिटी के आसानी से मिलता है | गारंटी या को-एप्लीकेंट की जरूरत पड़ सकती है |
कार लोन | बेहतर ऑफर्स और कम डाउन पेमेंट | ज्यादा डाउन पेमेंट देना पड़ सकता है |
क्रेडिट कार्ड रिवार्ड्स | ज्यादा कैशबैक, रिवार्ड्स और ऑफर्स | लिमिटेड बेनिफिट्स, हाई एनुअल फीस |
निष्कर्ष: अच्छा CIBIL Score रखने से आपकी फाइनेंशियल आज़ादी बढ़ती है और पैसों की बचत होती
क्रेडिट स्कोर सुधारने के लिए सही आदतें अपनाएं
हर EMI और क्रेडिट कार्ड पेमेंट समय पर करें।
क्रेडिट कार्ड का उपयोग लिमिट में रखें (30% से कम)।
जरूरत से ज्यादा लोन लेने से बचें।
अपनी क्रेडिट रिपोर्ट नियमित रूप से चेक करें।
पुराने क्रेडिट कार्ड और लोन अकाउंट्स को बिना वजह बंद न करें।
अब अगला कदम क्या है?
अगर आप चाहते हैं कि आपका CIBIL Score जल्दी बढ़े, तो अभी से सही आदतें अपनाएं। Free Credit Score Check करें, अपनी रिपोर्ट को सुधारें और वित्तीय अनुशासन बनाए रखें।
आपका स्कोर जितना अच्छा होगा, आपका फाइनेंशियल फ्यूचर उतना ही बेहतर होगा!
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
मेरा क्रेडिट स्कोर कितने समय में सुधर सकता है?
यह आपकी फाइनेंशियल आदतों पर निर्भर करता है। सही भुगतान और अनुशासन से 6-12 महीनों में सुधार हो सकता है।
क्या बार-बार फ्री क्रेडिट स्कोर चेक करने से स्कोर कम होता है?
नहीं, Free Credit Score Check करने से स्कोर पर कोई असर नहीं पड़ता, लेकिन बार-बार लोन के लिए अप्लाई करने से स्कोर गिर सकता है।
क्रेडिट कार्ड बंद करने से क्रेडिट स्कोर बढ़ता है या गिरता है?
अगर आपने उसे सही से इस्तेमाल किया है, तो बंद करने से Credit History कम हो सकती है, जिससे स्कोर गिर सकता है।
क्या जीरो बैलेंस क्रेडिट कार्ड रखना सही है?
हां, अगर आप समय-समय पर उसका उपयोग करके पेमेंट कर रहे हैं तो यह Credit History को बनाए रखता है।
कम क्रेडिट स्कोर पर लोन कैसे लें?
कुछ NBFCs और Lending Companies कम स्कोर पर भी लोन देती हैं, लेकिन ब्याज दर ज्यादा होती है। पहले स्कोर सुधारना बेहतर रहेगा।
कम CIBIL स्कोर की वजह से टूटी शादी – एक सच्ची घटना
हाल ही में एक खबर वायरल हुई थी, जहां एक लड़के की शादी सिर्फ इसलिए टूट गई क्योंकि उसका CIBIL Score बहुत कम था। दुल्हन के परिवार ने शादी से पहले लड़के की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी चेक करने के लिए उसका Credit Score देखा। जब पता चला कि उसका स्कोर 600 से भी कम था और उसने पहले कई लोन डिफॉल्ट किए थे, तो उन्होंने रिश्ता तोड़ दिया।सीख: आज के समय में सिर्फ जॉब या बिजनेस नहीं, बल्कि अच्छा क्रेडिट स्कोर भी आपकी लाइफ और रिलेशनशिप पर असर डाल सकता है। इसलिए समय रहते अपनी Credit History सुधारें और फाइनेंशियली जिम्मेदार बनें!
भारत में औसत क्रेडिट स्कोर – आयु वर्ग के अनुसार
आयु वर्ग | औसत CIBIL स्कोर | मुख्य कारण स्कोर गिरने के |
18-25 साल | 650-700 | नए क्रेडिट कार्ड/लोन, ज्यादा खर्च, समय पर भुगतान न करना |
26-35 साल | 700-750 | गृह ऋण, कार लोन, EMI पेमेंट में देरी |
36-45 साल | 750-800 | सही फाइनेंशियल प्लानिंग, समय पर EMI भुगतान |
46-60 साल | 800+ | पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री, अच्छी क्रेडिट आदतें |
निष्कर्ष: उम्र के साथ लोग फाइनेंशियल डिसिप्लिन अपनाते हैं, जिससे उनका स्कोर बेहतर होता जाता है। युवा लोगों को शुरुआत से ही अच्छी फाइनेंशियल आदतें अपनानी चाहिए।
निष्कर्ष
अगर आप चाहते हैं कि लोन या क्रेडिट कार्ड लेने में कोई दिक्कत न हो, तो Credit Score को 750+ बनाए रखना बेहद जरूरी है। सही समय पर EMI भरें, ज्यादा कर्ज लेने से बचें और Free Credit Score Check करके अपनी Credit Report को नियमित रूप से मॉनिटर करें। क्या आपको कभी कम CIBIL स्कोर की वजह से दिक्कत हुई है? अपने अनुभव हमें कमेंट में बताएं!
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